नई दिल्ली, दाएं हाथ के बल्लेबाज शुभमन गिल को टेस्ट में भारतीय टीम का कप्तान बनाया जा सकता है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने 7 मई और विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट से संन्यास ले लिया था। उनके रिटायरमेंट से टीम में लीडरशिप को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्र के हवाले से बताया, गिल कप्तान बनने की रेस में सबसे आगे हैं। उनके अलावा, जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल और ऋषभ पंत भी कप्तानी की रेस में बने हुए हैं। पंत अगर कप्तान नहीं बनते हैं तो उन्हें उप कप्तान बनाया जा सकता है। सिलेक्शन कमेटी शनिवार, 24 मई को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम का ऐलान कर सकती है। यह दौरा 20 जून से शुरू होगा। भारत को वहां 5 टेस्ट की सीरीज खेली जाएगी।
शुभमन कप्तानी की रेस में सबसे आगे शुभमन कप्तानी की रेस में बुमराह से आगे चल रहे हैं। वे वनडे और टी-20 में टीम की कप्तानी कर चुके हैं। युवा बैटर्स में यशस्वी, पंत और शुभमन ही फिलहाल परमानेंट नजर आते हैं। शुभमन 25 साल के हैं और लगभग इसी उम्र में विराट ने भी कप्तानी संभाली थी।
अगर शुभमन अभी कप्तान नहीं भी बने तो टीम उन्हें उप कप्तान बनाकर आगे के लिए तैयार कर सकती है। पिछले 5 सालों में दुनियाभर की पिचें बैटिंग के लिए मुश्किल रहीं। इसके बावजूद शुभमन ने बेहतरीन बैटिंग करते हुए 5 शतक लगाए हैं।
बुमराह बड़े दावेदार, फिटनेस परेशानी जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 2 टेस्ट में कप्तानी की। पर्थ में टीम को जीत मिली, लेकिन सिडनी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने जीत लिया। मुकाबले की पहली पारी में ही बुमराह इंजर्ड हो गए, उन्हें बैक स्पास्म की शिकायत हुई। जिसके बाद वह मैच में दोबारा बॉलिंग नहीं कर सके, इस कारण भारत दूसरी पारी में दबाव भी नहीं बना सका।
बुमराह अक्सर फिटनेस से जूझते नजर आए हैं, 2022 में आखिरी बार इंजर्ड होने के बाद वह करीब 15 महीने तक क्रिकेट से दूर रहे थे। उन्हें लंबी टेस्ट सीरीज के दौरान 1-2 मैच का रेस्ट देना भी जरूरी होता है। भारत में तो जीतने के लिए बुमराह का सभी मैच खेलना जरूरी भी नहीं। इसलिए उनका परमानेंट कप्तान बनना मुश्किल है।
फिर भी अगर बुमराह कप्तान बने तो टीम को 1 या 2 उप कप्तान बनाने होंगे, जो बुमराह की गैर मौजूदगी में जिम्मेदारी संभालते रहें। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बुमराह ने फिटनेस का हवाला देते हुए कप्तानी करने से मना कर दिया है। उनका इंग्लैंड में सभी मैच खेलना भी मुश्किल है।