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नई दिल्ली. आईपीएल की चकाचौंध के बाद भारतीय खिलाड़ियों का शुरु होगा असली टेस्ट और जगह होगी इंग्लैंड जहां टीम इंडिया को 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलना है. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के नए सर्कल की शुरुआत होगी इसीलिए पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री जो भारतीय क्रिकेट को समझते है उनका मानना है कि टीम में कुछ युवा खिलाड़ी होने चाहिए जिनको 2027 तक टेस्ट खेलने की प्रतिभा दिखे.

पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने युवा साइ सुदर्शन को हर प्रारूप का बल्लेबाज बताते हुए कहा कि उसे इस साल इंग्लैंड दौरे के लिये भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया जाना चाहिये. आईपीएल में इस सत्र में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में 456 रन के साथ दूसरे स्थान पर काबिज गुजरात टाइटंस के सुदर्शन के बारे में शास्त्री ने कहा कि काउंटी खेलने के अनुभव और अपनी तकनीक के कारण वह इंग्लैंड के हालात में अच्छा प्रदर्शन करेंगे. शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू में कहा ,‘‘ मुझे लगता है कि यह युवा खिलाड़ी साइ सुदर्शन हर प्रारूप का खिलाड़ी है ’’उन्होंने कहा ,‘‘ वह शानदार क्रिकेटर है. इंग्लैंड के हालात में एक खब्बू बल्लेबाज और तकनीक में कुशल होने के कारण मैं चाहूंगा कि वह भारतीय टीम में रहे .

भारतीय टीम नये विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप साइकल  (2025 – 2027) की शुरूआत इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट की श्रृंखला से करेगा . भारत को न्यूजीलैंड ने घरेलू टेस्ट श्रृंखला में 3 . 0 से और आस्ट्रेलिया ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में 3 . 1 से हराया था ये भी एक कारण है कि पूर्व कोच टेस्ट में कुछ युवा चेहरे देखना चाहते है.

मिडिल आर्डर में अय्यर की वापसी संभव 

रवि शास्त्री का मानना है कि भारत के लिये सीमित ओवरों के क्रिकेट और आईपीएल में फॉर्म में चल रहे श्रेयस अय्यर भी चुने जा सकते हैं लेकिन उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा.शास्त्री ने कहा ,‘‘ श्रेयस वापसी कर सकता है लेकिन प्रतिस्पर्धा कड़ी होगी . सफेद गेंद के प्रारूप में तो उसका चयन पक्का है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में देखना होगा कि बाकी खिलाड़ी कौन हैं .

इंग्लैंड के लिए तेज गेंदबाज 

जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के चोट से उबरकर वापसी करने के बीच शास्त्री ने कहा कि भारत के गेंदबाजी आक्रमण में एक बायें हाथ का गेंदबाज होना चाहिये.उन्होंने कहा ,‘‘ बायें हाथ का गेंदबाज होना चाहिये जिसे छठा गेंदबाजी विकल्प बनाया जा सकता है. वह सफेद गेंद का विशेषज्ञ भी हो सकता है. वैसे मुझे यह पसंद नहीं है जब लोग कहते हैं कि अर्शदीप सिंह सफेद गेंद का विशेषज्ञ है . उन्होंने कहा ,‘‘ मैं लाल गेंद के प्रारूप में उसके रिकॉर्ड पर नजर रखूंगा. अगर वह 15 . 20 ओवर डाल सकता है तो टीम में हो सकता है. वह बायें हाथ का गेंदबाज है और सोच समझकर गेंदबाजी करता है .