ये शब्द थे कमेंटेटर जतिन सप्रू पठान के। जब सूर्यकुमार यादव ने भारत-साउथ अफ्रीका वर्ल्ड कप फाइनल के आखिरी ओवर की पहली पर डेविड मिलर का कैच पकड़। सूर्या ने लॉन्ग ऑफ पर कैच पकड़ा और बॉल हवा में उछाली और खुद बाउंड्री लाइन से बाहर चले गए और फिर लौटकर कैच फिनिश किया। सूर्या के इस कैच ने भारत को 17 साल बाद टी-20 वर्ल्ड चैंपियन बना दिया।
टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में साउथ अफ्रीका को आखिरी 6 बॉल पर 16 रन बनाने थे और इस फॉर्मेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाज डेविड मिलर क्रीज पर थे। ऐसे में दोनों टीमों के पास जीत के बराबर मौके थे। हार्दिक पंड्या ने पहली बॉल पर लो फुल टॉस डाली और मिलर ने लॉन्ग ऑफ पर शॉर्ट खेला। पहले तो लगा कि बॉल बाउंड्री लाइन के बाहर चली जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सूर्यकुमार ने दौड़ते हुए कैच जगलिंग कैच पकड़ा। वे बॉल को हवा में उछालकर बाउंड्री के बाहर गए और लौटकर कैच कंप्लीट किया। यहां भारतीय टीम की जीत लगभग पक्की हो गई थी।